कहां रुकना पसंद नहीं है मां लक्ष्मी को और क्यों?
माता लक्ष्मी को धन और समृद्धि की देवी कहा गया है। कहते हैं कि धन है तो जीवन की आधी से ज्यादा समस्या तो यूं ही समाप्त हो जाती है। माता लक्ष्मी के रूठने से जीवन में निर्धनता का समावेश हो जाता है। निर्धनता को महारोग माना गया है। आओ जानते हैं कि मां लक्ष्मी को कहां रूकना पसंद नहीं है और क्यों।
- गृहकलह/घर की लड़ाई : माता लक्ष्मी वहां नहीं रूकती है जहां पर गृहकलह होता हो। उन्हें गृहकलह पसंद नहीं है।
- गंदगी : माता लक्ष्मी को गंदी जगह पर रूकना पसंद नहीं है, क्योंकि उन्हें गंदगी अच्छी नहीं लगती है। यही कारण है कि शुक्रवार, दीपावली और महालक्ष्मी के व्रत के समय घरों का साफ-सुधरा किया जाता है।
- स्त्री का अपमान : जिस घर में महिलाओं का अपमान होता हो वहां पर भी माता लक्ष्मी रूकती नहीं है।
- देर तक सोना : माता लक्ष्मी वहां भी नहीं रूकती है जहां के लोग सुबह देर तक सोते रहते हैं।
ऐसे लोगों से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। - नल से पानी टपकना : कहते हैं कि यदि आपके घर के नल से पानी टपकता रहता है तो इसे धन का व्यर्थ ही व्यय होगा। इससे भी माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
- जूते-चप्पल : यदि आपके घर में जूते-चप्पल एक स्थान पर व्यवस्थित नहीं रखे हैं तो माता लक्ष्मी नाराज होकर आपके घर से चली जाएंगी।
- तुलसी का पौधा : तुलसी के पौधे को विष्णुप्रिया कहा गया है। इसके उचित दिशा में नहीं रखने और देखभाल नहीं करने से भी माता लक्ष्मी रूठकर चली जाती है।
- छत पर कूड़ा : छत पर कूड़ा इकट्ठा करने से भी माता लक्ष्मी रूठ कर चली जाती है। इसे धन की हानी होती है।
- रात के समय बाल / नाखून काटना : कहते हैं कि रात के समय बाल या नाखून काटने से भी माता लक्ष्मी रुष्ट हो जाती है। इसके कारण जीवन में धन संबंधी परेशानियां होने लगती है।
- जूठे बर्तन रखना : घर में भोजन करने के बाद जूठे बर्तन को फैलाकर रखना या वॉश बेसिन में ही रातभर के लिए रखे रखने से भी माता लक्ष्मी रूठ जाती है। इसलिए घर का किचन हमेशा साफ सुधरा रखना चाहिए।
- अन्न/भोजन का अनादर करना : खड़े होकर भोजन करना या भोजन करते समय बीच में से ही भोजन को छोड़कर उठ जाने से माता अन्नपूर्णा रुष्ठ हो जाती है जो माता लक्ष्मी का ही एक रूप है। इसे घर की बरकत चली जाती है।
- रात के समय किसी को नमक देना : कभी भी शाम के वक्त किसी को नमक नहीं देना चाहिए क्योंकि नमक उधार देने से घर की बरकत चली जाती है और जीवन में पैसों की तंगी का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही हाथ में नमक देने या लेने से भी मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
- धन व पैसे का घमंड – माता रानी का निवास वही होता है जिस घर में पैसे का घमंड नही होता !
जाने कहां रुकना पसंद नहीं है मां लक्ष्मी को और क्यों?
1) पूजा से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
लक्ष्मी जी की पूजा कैसे करें……
पूजा के स्थान पर एक चौकी रखें और लाल कपड़ा बिछाकर उस पर लक्ष्मी जी और गणेश जी की मूर्ति रखें या दीवार पर लक्ष्मी जी का चित्र लगाएं। चौकी के पास जल से भरा एक कलश रखें। माता लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति पर तिलक लगाएं और दीपक जलाकर जल, मौली, चावल, फल, गुड़, हल्दी, अबीर-गुलाल आदि अर्पित करें और माता महालक्ष्मी की स्तुति करें।
- मंदिर में लक्ष्मी के साथ गणपति भी स्थापित रहें। लक्ष्मी धन तो गणपति बुद्धि के प्रतीक हैं।
- रोज लक्ष्मी और गणपति को स्नान के बाद कुंकुम आदि से पूजन करें। लाल गुलाब चढ़ाएं।
- लक्ष्मी को भोग में खीर या मीठा दूध चढ़ाएं। ये सम्पन्नता और शक्ति का प्रतीक हैं।
- रोज श्रीसूक्त या लक्ष्मी सूक्त का पाठ करें।
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