1. नाडोल का लेख कौनसे वर्ष का है, जिसमे घोड़ो के व्यापार का वर्णन मिलता है-
2. थकराडा का लेख 1155 ई का किस जिले में डॉ ओझा को प्राप्त हुआ-
3. बीठू का लेख किस जिले में है जिसकी रचना उसकी पत्नी पार्वती ने करवाई ?
Ans.अ)मारवाड़ आदिपुरुष राव सीहा वर्णन पार्वती ने उनकी देवली स्थापित की
4. चीरवा शिलालेख की रचना किसने की थी-
Ans.अ)उदयपुर,1273 ई का,बापा के वंशधरो का वर्णन,
5. बिजौलिया लेख में उपरमाल क्षेत्र को किस नाम से अंकित किया गया -
उतर-द)1170 ई का लेख,भीलवाडा के बिजौलिया गावं में पार्श्वनाथ मंदिर में लगा है|
6. बिजौलिया शिलालेख में किस राजवंश का उल्लेख मिलता है-
7. बिजौलिया शिलालेख में बिजौलिया क्षेत्र को क्या नाम दिया गया है-
Ans.स), अ-मांडलगढ़, ब-नागदा , नाडोल-नडडूल कहा गया
8. किस शिलालेख में कुटिला नदी का उल्लेख है जो मेवाड़ में बहती थी-
9. नादेसमाँ का लेख किस क्षेत्र से सम्बधित है -
Ans.ब)1222 ई का टूटे हुए सूर्य मंदिर एक स्तम्भ पर ये लेख,जैत्रसिंह की राजधानी नागद्रह का उल्लेख
10. नेमिनाथ मंदिर सिरोही में कहाँ पर है जिसकी प्रशस्ति में परमारो का उल्लेख है-
Ans.अ)1230 ई का ,आबू परमारों का उल्लेख रचना-सोमेश्वरदत्त ने की, उत्कीर्णक-चंडेश्वर
11. अचलेश्वर मंदिर आबू में एक लेख प्राप्त हुआ जो किस वर्ष का है-
Ans.अ)गुहिलो का वर्णन रचयिता-वेद शर्मा, उत्कीर्णक-कर्मसिंह इसमें कहा गया-बापा रावल द्वारा यहाँ दुर्जनों का संहार हुआ तथा उनकी चर्बी से यहाँ भूमि गीली हो जाने से इसे मेदपाट कहा जाने लगा
12. दरीबा शिलालेख में किस मेवाड़ शासक की एतिहासिकता का वर्णन है-
Ans. अ)1302 का शिलालेख कांकरोली के समीप एक मंदिर में
13. रसिया की छतरी लेख किस जिले से प्राप्त हुआ जिसमे स्त्रियों की सुन्दरता का वर्णन है-
Ans.अ)1274 ई का , लेखक-प्रियपट्टू, उत्कीर्णक- सज्जन ने इसमे गुहिल को बापा का पुत्र बतलाया है लेकिन ये गलत है
14. माचेडी की बावड़ी किस जिले में स्थित है-
Ans.स)1382 के मिले शिलालेख में पहली बार बडगुजर शब्द प्रयुक्त हुआ,इस बावड़ी को महाजन कुटुंब ने बनाई
15.श्रृंगी ऋषि शिलालेख के रचनाकार कौन थे-
Ans.अ)1428 ई का फना द्वारा खोदा गया हमीर,खेता,लाखा,मोकल का वर्णन, व उपलब्धिया
16. कौनसे लेख में मेवाड़ शासक हम्मीर की तुलना कामदेव,ब्रह्मा,शंकर,व् कर्ण से की गयी?
Ans.द)1428 ई उत्कीर्ण, रचियता-एकनाथ व सूत्रधार- – वसा
17. रणकपुर प्रशस्ति किस शासक के काल की उत्कीर्ण है जो चौमुखा मंदिर में लगी है-
Ans. अ)1439 में उत्कीर्ण, संस्कृत व नागरी लिपि, सूत्रधार-देपाक/दीपा, इसमें भी गुहिल को बापा का पुत्र कहा और बापा और कालभोज को अलग अलग बताया है
18.कीर्ति स्तम्भ प्रशस्ति का उत्कीर्ण वर्ष कौनसा है जो कुम्भा समय में लिखी गई-
Ans.स) 3 दिसम्बर 1460, कुम्भा का पूरा वर्णन मांडव्यपुर(मंडोर) से हनुमान जी की मूर्ति लाने का वर्णन
19. कीर्ति स्तम्भ प्रशस्ति में कुम्भश्याम मंदिर की तुलना किससे की गई-
Ans.अ)सुमेरु पर्वत व् कैलाश पर्वत से तुलना कुम्भश्याम मंदिर कुम्भा द्वारा निर्मित इसमें कुम्भा को दानगुरु राजगुरु शैल गुरु कहा गया
20. कुम्भलगढ़ का शिलालेख कितनी शिलाओ पर उत्कीर्ण है -
Ans. अ)कुम्भश्याम मंदिर को मामादेव मंदिर कहते है| इस शिलालेख के रचयिता- कान्हा है लेकिन ओझा महेश भट्ट को बताये है
21. कुम्भलगढ़ प्रशस्ति का रचयिता था-
Ans.अ)1460 ई की प्रशस्ति,शुरुआत अत्रि ने पर पूरा महेश ने किया
22. राज प्रशस्ति से सम्बन्ध में गलत है-
Ans. अ)1106 श्लोक है, राजसमन्द की नौ चौकी पाल पर 25 काले शिलाओ पर, किशनगढ़ की चारुमती से विवाह व् औरंगजेब के सम्बधो पर वर्णन
23. महाराणा राजसिंह की मृत्यु व महाराणा जयसिंह द्वारा औरंगजेब से संधि करने का उल्लेख किसमे मिलता है-
Ans.स) राजसिंह के समय में उत्कीर्ण कराए गए थे इसमें बापा से जगतसिंह व् राजसिंह तक के शासको का वर्णन हल्दीघाटी युद्ध,प्रताप,शक्तिसिंह,अमरसिंह का वर्णन(महाराणा अमरसिंह व मुगलों की संधि का वर्णन),
24. जगन्नाथ राय प्रशस्ति के सूत्रधार कौन थे?
Ans. द)लक्ष्मीनाथ को बाबूभट्ट भी कहा गया है| 1652 की प्रशस्ति काले पत्थर पर जगन्नाथ मंदिर में
25. वैद्यनाथ मंदिर की प्रशस्ति की स्थापना कब की गई थी-
Ans.अ)पिछोला के निकट सीसारमा गाँव के वैद्यनाथ मंदिर में स्थित, रचनाकार-रूपभट्ट था,
26. बांदनवाडा के युद्ध का वर्णन किस प्रशस्ति में है-
Ans.द)महराना संग्रामसिंह द्वितीय व् रणबाज खां (मुगल सेनापति )के मध्य , जिसमे महाराणा की विजय हुई
27. 1537 ई. का सिवाना लेख जिसमे किस मारवाड़ शासक की विजय का वर्णन है-
Ans. ब) सिवाना विजय का उल्लेख
28. बीकानेर प्रशस्ति या रायसिंह प्रशस्ति के रचनाकार कौन थे-
Ans.स)जैन मुनि,रायसिंह द्वारा जूनागढ़ दुर्ग निर्माण के बाद 1594 में स्थापित की गयी,इसमें रायसिंह के कार्यो व शासन का उल्लेख मिलता है|
29. नौलखा बावड़ी डूंगरपुर की प्रशस्ति में किस शासको का वर्णन है-
Ans.अ)1587 ई की प्रशस्ति, सभी शासको का इतिहास बावड़ी का निर्माण-डूंगरपुर महारावल आसकरण की पत्नी प्रेमलदेवी द्वारा
30. इनमे से किस अभिलेख में जयपुर के कच्छ्वाहो का वर्णन मिलता है-
Ans.अ)1612 ई का,इसमें कछवाहो को रघुवंश तिलक कहा गया जमुवारामगढ़ में दुर्ग का उल्लेख भी इसमें है,संस्कृत व् नागरी
Very Very important Qusican Gurdev aapka dil se dil aabhar Thanaq Gurdev 🙏🙏🙏👍👍👍👌👌👌
Very very nice question sir ji