151. जयपुर की गद्दी पर मात्र 16 माह की अल्पवयस्क आयु में बैठने वाले शासक कौन थे?
उत्तर – (स) महाराजा रामसिंह के नाबालिग होने के कारण ब्रिटिश सरकार ने उन्हें अपने संरक्षण में लेकर मेजर जॉन लुडलो को जनवरी, 1843 ई. में जयपुर का प्रशासन संभला दिया।
152. सन् 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों की तन-मन-धन से भरपूर सहायता करने के फलस्वरूप किस शासक को ब्रिटिश सरकार द्वारा ‘सितार-ए-हिन्द’ की उपाधि से नवाजा गया?
153. नवम्बर, 1761 ई. में भटवाड़ा का युद्ध किन-किन के मध्य हुआ था?
उत्तर – (स) भटवाड़ा का युद्ध मुगल बादशाह अहमदशाह द्वारा जयपुर के सवाई माधोसिंह को रणथंभौर किला दिए जाने के परिणामस्वरूप हुआ था जिसमें कोटा की सेना की विजय हुई थी।
154. जयपुर के किस शासक ने मराठों के आक्रमण से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी?
155. ‘जयसिंह कल्पद्रुम’ के रचनाकार कौन थे?
156. जयसिंह को ‘राजराजेश्वर, श्री राजाधिराज, सवाई’ की उपाधियाँ किस मुगल बादशाह ने दी?
157. जयसिंह को ‘मिर्जा राजा’ की उपाधि किसने प्रदान की?
उत्तर – (ब)1638 ई. में।
158. औरंगजेब के पुत्रों के मध्य 2 जून, 1707 को धौलपुर व आगरा के मध्य जाजऊ के मैदान में हुए उत्तराधिकार युद्ध में आमेर के शासक सवाई जयसिंह ने किसका साथ दिया था?
उत्तर – (ब) इस युद्ध में मुअज्जम की जीत हुई
159. राजमहल (टोंक) का युद्ध किनकी सेनाओं के मध्य हुआ?
उत्तर – (स) 1747 ई. में हुए इस युद्ध में ईश्वरीसिंह विजयी रहा।
160. जयपुर के किस कछवाहा शासक ने सन् 1818 में ईस्ट इंडिया कम्पनी से संधि की?
उत्तर – (द) ईस्ट इंडिया कम्पनी ने 1818 ई. में कई रियासतों के साथ संधि कर उन्हें अपने अधीन किया।
161. गिरी सुमेल के युद्ध के बाद शेरशाह सूरी ने जोधपुर दुर्ग का प्रबंध किसे सँभलाया?
162. जयपुर रियासत के बाद राजस्थान की कौनसी दूसरी रियासत के संबंध मुगलों से बहुत अच्छे रहे?
163. किशनगढ़ की राठौड़ वंश की रियासत की स्थापना किसने की थी?
164. गिरी-सुमेल युद्ध में कौन-कौन से वीर सेनानायक मारे गए?
165. वीर दुर्गादास ने राठौड़ वंश के शिशु राजकुमार अजीतसिंह को सिरोही में किसके पास रखा?
166. वह प्रथम राजपूत शासक कौन था जिसने अपनी रणनीति में दुर्ग के स्थान पर जंगल और पहाड़ी क्षेत्र को अधिक महत्त्व दिया था?
167. ‘प्रतिहारों की जालौर शाखा के प्रवर्तक कौन थे?
उत्तर – (ब) प्रतिहार शासक नागभट्ट प्रथम ने आठवीं शती में भीनमाल (जालौर) पर अधिकार कर उसे अपनी राजधानी बनाया। उसने 730-760 ई. तक राज्य किया।
168. जोधपुर के किस महाराजा ने अंग्रेजों की अधीनता स्वीकार की थी?
उत्तर – (स) सन् 1818 में।
169. महाराणा प्रताप का पथ प्रदर्शक किसे माना जाता है?
उत्तर – (स) राव चंद्रसेन की मुगल विरोधी कार्यवाहियों के कारण ही उन्हें मेवाड़ के महाराणा प्रताप का पथ प्रदर्शक माना जाता है। उन्होंने मृत्युपरंत मुगलों से लोहा लिया। वे अकबर का प्रतिरोध करने वाले राजपूताने के पहले शासक थे।