Rajasthan Gk – जिला दर्शन नोट्स


 जिला- करौली 
( उप नाम- कल्याणपुरी, गोपालपाल, डॉग की रानी)

➡ राज्य का 32वाँ जिला( 19 जुलाई 1997) में बना
➡ पाँचना बाध( मिटी से बना बाँध) पाँच नदियो के सगम स्थल-  करौली में
➡ केलादेवी का मन्दिर जया का “लांगुरिया” नामक नृत्य प्रसिद्ध है ये मन्दिर स्थित है- करौली में
➡ तिमंगढ़ का किला है करौली में
➡ महाशिवरात्री मेला भरता है- करौली में
➡ महावीर जी जैन मन्दिर प्रसिद्ध है- करौली में
➡ लाल पत्थर के लिए प्रसिद्ध है- करौली
➡ मदन मोहन जी का मन्दिर(काले सगमरमर की मूर्ति से बना)- करौली में                        



 जिला- कोटा 
( उप नाम- राजस्थान का कानपुर, उधोनो का नगर, ओधोगिक नगरी, शिक्षा का तीर्थस्थल)

➡ राज्य का पहला स्पाइस पार्क- कोटा
➡ सम्पूर्ण भारत में एकमात्र विभीषणजी का मन्दिर, राज्य में कोटा डोरिया, मसुरिया साड़ियों के लिए प्रसिद्ध, राज्य की पहली निजी क्षेत्र की कृषि मण्डी- कैथून(कोटा)
➡ राज्य का एकमात्र खुला विश्वविद्याल- वर्द्धमान महावीर विश्वविद्याल (कोटा)
➡ राज्य में सर्वाधिक साक्षरता व सर्वाधिक महिला साक्षरता रखने वाला जिला- कोटा
➡ राज्य में सेवन-वन्डर(Sevan-Wonder) के लिये प्रसिद्ध जिला- कोटा
➡ राज्य का एक जुलता हुवा बिरिज(हेंगिग बिरिज) बनाया गया है कोटा में
➡ जवाहर साहर बाँध,कोटा बेराज(चम्बल नदी पर)- कोटा
➡ दशहरे के मेले के लिए प्रसिद्ध कोटा
➡ राज्य की प्रथम लोक अदालत(1975) कोटा
➡ दर्रा अभ्यारण- कोटा
➡ राजस्थान छत्रविलास उधान, चम्बल उधान- कोटा
➡ राज्य का प्रथम यातायात प्रशिक्षण पार्क- कोटा
➡ देश में वल्लभ सम्प्रदाय के प्रमुख सात पिठो में से प्रथम पीठ स्थित है- कोटा
➡ ब्लैक पॉटरी प्रसिद्ध है- कोटा की



 जिला- नागौर 
( उपा नाम- राजस्थान का धारु नगर, अहिच्छत्रपुर)

➡ जैन विश्व भारती शिक्षण संस्थान, संत तुलसी दास का जन्म स्थान- लाङनु(नागौर)
➡ सर्वाधिक पशु मेले का आयोजन होता है- नागौर में
➡ लोक देवाता जाम्भो जी का जन्म स्थान- पीपासर
➡ लोक देवता तेजाजी का जन्म स्थान- खरनाल गॉव
➡ देश की सबसे बड़ी टगस्टन की खान/ खनन- डेगाना(नागौर)
➡ सफेद सीमेन्ट का प्रथम कारखना(1984) गोटन(नागौर)
➡ संगमरमर के लिए प्रसिद्ध- मकराना(नागौर)
➡ खारे पानी की झील- डीडवाना
➡ राज्य में पहली बार पंचायती राज व्यवस्था स्थापित कि गई( 2 अक्टुम्बर 1959)- बगदरी गॉव (नागौर)
➡ अबुल फजल फैजी का जन्म स्थान या उन का सम्बन्ध- नागौर
➡ श्री बलदेव पशु मेला- नागौर
➡ राज्य का सबसे बड़ा पशु मेला- वीर तेजाजी मेला, परबतसर गॉव(नागौर)
➡ मीरा बाई का मन्दिर( राव दूदा ने बनाया)- मेड़ता सिटी
➡ देश की पहली रेल बस- मेड़ता शहर से मेंडता रोड(1994)
➡ राज्य में लोहे के औजारो व हस्त ओजारो के लिये प्रसिद्ध जिला- नागौर
➡ शेख हमीदुधिन नागौरी की दरगाह- नागौर
➡ किस खुशबूदार उपज के उत्पादन के लिए नागौर जिला प्रसिद्ध है- मेथी के लिये
➡ मेड़ता के राजा मालदेव से निमित मालकोट का  किला स्थित है- मेड़ता सिटी(नागौर)
➡ 16 क्लात्मक खम्भो की छतरी स्थित है- नागौर    



 जिला- पाली 
(उप नाम- पालिका)

➡ मरुधरा लोक कल्याण मण्डल- पाली
➡ सर्वाधिक 8 जिलो की सीमा छुने वाला जिला- पाली
(उदयपुर,राजसमन्द,सिरोही,जालौर,बाड़मेर,नागौर,अजमेर,जोधपुर)
➡ राज्य की सबसे बड़ी सूत्री वस्त्र मिल- श्री उम्मेद मिल्स
➡ मेंहदी मण्डी लगती है- सोजत (पाली)
➡ मारवाड़ का अमृत सरोवर, पश्चिम राजस्थान का सबसे बड़ा बाँध- जवाई बाँध(पाली)
➡ 1444 खम्भो वाला जैन मन्दिर- रणकपुर का जैन मन्दिर
➡ मुछाला महावीर जी का मन्दिर- धानेराव(पाली)
➡ जैनियो के प्रसिद्ध स्थल- नाडोल
➡ महाराणा प्रताप को अपना धन-दान करने वाले भामाशाह कहा के रहने वाले थे- पाली के
➡ परशुराम को गुफा- सादड़ी
➡ पाली नगर के मध्य स्थित सोमनाथ मन्दिर का निमार्ण करवाया- कुआरपाल सोलँकी



 जिला- टोंक 
( उप नाम- नवाबो का शहर, एकमात्र मुस्लिम रियासत )

➡ सन्त धना का जन्म स्थान, धना की गुफा भी- धवन गॉव(टोंक)
➡ महाभारत काल में टोंक क्षेत्र था- सपादलक्ष
➡ टोंक रियासत की स्थापना की थी- आमिर खा पिण्डारी ने
➡ डिग्गी जी महाराज( कल्याण जी) का मेला लगता है-डिग्गी (टोंक)
➡ वनस्थली विधापीठ स्थित है- निवाई गॉव(टोंक)
➡ केन्दीय भेड़ एव ऊन अनुसन्धान संस्थान- अविकानगर(टोंक)
➡ दामोदर लाल व्यास( राजस्थान का लोह पुरुष) का जन्म स्थान- मालपुरा(टोंक)
➡ राजस्थान की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना- बीसलपुर परियोजना टोंक जिले में बनास नदी पर
➡ बनास+डाई+राखा नदियो का त्रिवेणि संगम- राजमहल(टोंक)
➡ अरबी-फ़ारसी शोध संस्थान(कसरे इल्म)-टोंक
➡ प्राचीन भारत का टाटा नगर- रेढ़ टोंक
➡ चार बेत लोक गायन शैली या चार बेत शैली प्रसिद्ध है- टोंक की
➡ सुनहरी कोठी- टोंक       



 जिला- उदयपुर 
( उप नाम- राजस्थान का कश्मीर, पुर्व माँ वेनिस, झीलो की नगरी)

➡ प्राचीनकाल में ताम्रनगरी- आहड़(उदयपुर)
➡ आयड़ किस नदी का उप नाम है- बेड़च नदी का
➡ महाराणा प्रताप की प्रारभिक राजधानी- गोगुन्दा में
➡ आठ स्तम्भो वाली छतरी-बाडोली में
➡ सास-बहू का मन्दिर है- नागदा(उदयपुर)
➡ माणिक्यलाल वर्मा आदिम जाती शोध संस्थान- उदयपुर
➡ राजस्थान साहित्य अकादमी(1958)- उदयपुर
➡ राजस्थान रेल्वे टेंनिग कोलज- उदयपुर
➡ एशिया की ताजे पानी की दूसरी सबसे बड़ी कृत्रिम झील- जयसमन्द झील/ ढेबर झील
➡ आहड़ व गिलूण्ड ताम्रयुगिन सभ्यता- उदयपुर
➡ अम्बिकादेवी का मन्दिर, राज्य का दुसरा खजुराहो- जगत(उदयपुर)
➡ डबोक हवाई हड्डा- उदयपुर
➡ फुलवारी की नाल अभ्यारण(इस अभ्यारण से मानसी वाकल जल सुरग निकलती है), सजनगढ़ अभ्यारण स्थित है- उदयपुर
➡ सीसा-जस्ता शोध सयत्र- देवारी (उदयपुर)
➡ सीसा-जस्ता की खान- जावर माइंस (उदयपुर)
➡ राज्य का प्रथम शिल्पग्राम- उदयपुर
➡ राज्य प्रथम डे-केयर सेन्टर-उदयपुर
➡ राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसन्धान एव प्रशिक्षण सस्थान- उदयपुर
➡ राज्य का प्रथम योग कॉलेज- उदयपुर
➡ पिछोला झील- उदयपुर
➡ देश का प्रथम हांमन एनाटामी पार्क(नारायण सेवा सस्थान)- उदयपुर
➡ भाक्ति शर्मा( उदयपुर की)- 6 जुलाई 2006 को इंग्लिश चैनल पार करने वाली प्रथम राज्य तैराक
➡ सास्कृतिक धरोहर हेतु स्थापित पश्चिम क्षेत्र सांस्कृति केन्द का कार्यालय- उदयपुर में
➡ सहेलियो की बाड़ी- उदयपुर
➡ ताम्रपाषण कालीन स्थल “बालाथल” है उदयपुर
➡ एकलीग जी का मन्दिर है- उदयपुर( बप्पा रावल ने बनाया)
➡ मेंवाड राज्य का सोना,चादी और खजाना रखा जाता था- रंग महल(उदयपुर)
➡ राज्य की प्रथम कॉमशियल बॉयोडीजल रिफायरी- कोटीडा(उदयपुर)



 जिला- प्रतापगढ़ 

➡ राज्य का 33वा नवनर्मित जिला- प्रतापगढ़( 26 जनवरी 2008)
➡ थेवा कला के लिए प्रसिद्ध(सोनी परिवार)- प्रतापगढ़
➡ राज्य की दूसरी पवन ऊर्जा परियोजना- देवगढ (प्रतापगढ़)
➡ काकाजी की दरगाह(कांठल का ताजमहल)- प्रतापगढ़
➡ सीतामाता अभ्यारण- राज्य का एकमात्र सागवान के बनो का अभ्यारण, यहा चीतल की मातृभुमि,उड़न गिलिहरिया प्रसिद्ध है



 जिला- राजसमन्द 


➡ “रक्त तलाई” स्थित है- राजसमन्द
➡ महाराणा प्रताप संग्रहांलय स्थित है हल्दीघाटी
➡ “मेवाड़ का मेंराथन”- दिवेर
➡ मानव सभ्यता में सर्वाधीक प्राचीन अवशेष प्राप्त हुए- गिलूण्ड
➡ महाराणा कुम्भा  निर्मित दुर्ग- कुभलगढ़(कटारग़ढ़ इसी का भाग(अंग) है)
➡ “राज्य की थमोपोली”, महाराणा प्रताप व अकबर/मानसिंह के बिच युद्ध(18 जून 1527)- हल्दीघाटी
➡ “हस्तकला” “पिछवाई कला का प्रदान केन्द्र” “श्री नाथ जी का मन्दिर” वल्लभ सम्प्रदान, नाथ सम्प्रदान की पीठ- नाथद्वारा(राजसमन्द)
➡ राजस्थान का सबसे बड़ा टायर-टूयूब बनाने का कारखना- कांकरोली
➡ राजसमंद झील, मेवाड़ के इतिहास का विश्व् का सबसे बड़ा शिलालेख- राजसमंद



 जिला- सवाई माधोपुर 

➡ गणेशजी का त्रिनेत्र मन्दिर- सवाई माधोपुर
➡ ईसरदा बाँध- सवाई माधोपुर
➡ सगमरमर की मूर्तियो के लिए प्रसिद्ध बॉसटोरडा नामक स्थान-सवाई माधोपुर
➡ चौथ का बरवाड़ा जहा चौथ माता का मन्दिर- सवाई माधोपुर
➡ राव हम्मीर देव का सबध- सवाई माधोपुर
➡ चम्बल+बनास+सिप नदियो का त्रिवेणी संगम- रामेश्वरम घात
➡ 32 खम्भो की छतरी- सवाई माधोपुर
➡ ईसरदा बाँध- सवाई माधोपुर
➡ रणथम्भोर राष्टीरिय उधान- सवाई माधोपुर       



 जिला- सीकर 
( प्रथम हाई टेक जिला)

➡ जीणमाता का मन्दिर- रेवासा(सीकर)
➡ तार्मयुगिन सभ्यता स्थल गणेश्वर    किस जिले में है- सीकर
➡ खाटूश्याम का मन्दिर- सीकर
➡ हर्षमाता का मन्दिर-सीकर
➡ उतरी अरावली की सबसे ऊँची-चोटी- रघुनाथगढ(1055मी.)
➡ प्रितमपूरी झील- सीकर
➡ श्री सरस्वती पुस्तकालय, जो अलभ्य एव दुलभ साहित्य का अप्रतिम खजाना हें- फतेहपुर(सीकर)
➡ देश का सबसे बड़ा बकरी पालन फ़ार्म स्थित है- बलेखण
➡ राजस्थान का प्रथम कृषि विज्ञान केन्द्र- फतेहपुर   


Leave a comment

error: Content is protected !!